tag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post3935720979683266163..comments2023-10-08T03:55:25.020-07:00Comments on आइये करें गपशप: बयां नहीं कर सकता ददॆ-हमले ने छीनी एक जिंदगीprabhat gopalhttp://www.blogger.com/profile/04696566469140492610noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-23320521794605607752008-11-28T07:43:00.000-08:002008-11-28T07:43:00.000-08:00" शोक व्यक्त करने के रस्म अदायगी करने को जी नहीं च..." शोक व्यक्त करने के रस्म अदायगी करने को जी नहीं चाहता. गुस्सा व्यक्त करने का अधिकार खोया सा लगता है जबआप अपने सपोर्ट सिस्टम को अक्षम पाते हैं. शायद इसीलिये घुटन !!!! नामक चीज बनाई गई होगी जिसमें कितनेही बुजुर्ग अपना जीवन सामान्यतः गुजारते हैं........बच्चों के सपोर्ट सिस्टम को अक्षम पा कर. फिर हम उस दौर सेअब गुजरें तो क्या फरक पड़ता है..शायद भविष्य के लिए रियाज ही कहलायेगा।"<BR/><BR/><B>समीर जी की इस टिपण्णी में मेरा सुर भी शामिल!!!!!!!</B><BR/><A HREF="http://primarykamaster.blogspot.com/" REL="nofollow">प्राइमरी का मास्टर</A>प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-85675875494978885162008-11-27T18:12:00.000-08:002008-11-27T18:12:00.000-08:00sab kuchh jo ab tak nahi jhela. narayan narayansab kuchh jo ab tak nahi jhela. narayan narayanगोविंद गोयल, श्रीगंगानगर https://www.blogger.com/profile/04254827710630281167noreply@blogger.com