tag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post5789233292729971774..comments2023-10-08T03:55:25.020-07:00Comments on आइये करें गपशप: आखिर ब्लाग जगत दुश्मनी निकालने के पूर्वाग्रह से कब मुक्त होगा?prabhat gopalhttp://www.blogger.com/profile/04696566469140492610noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-42370812829411714972009-02-19T12:16:00.000-08:002009-02-19T12:16:00.000-08:00kya kahoon bhaiyaajisape guzaratee hai vahee janta...kya kahoon bhaiyaa<BR/>jisape guzaratee hai vahee jantaa <BR/>baat nikatee hai door talak jaatee haiबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-31740574502822263742009-02-19T08:07:00.000-08:002009-02-19T08:07:00.000-08:00shastriji apki bato se 100 pratishat sahmat hoo.shastriji apki bato se 100 pratishat sahmat hoo.prabhat gopalhttps://www.blogger.com/profile/04696566469140492610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-46226953266571789762009-02-19T07:57:00.000-08:002009-02-19T07:57:00.000-08:00हिन्दी में अब 7000 के करीब चिट्ठे होने को आ रहे है...हिन्दी में अब 7000 के करीब चिट्ठे होने को आ रहे हैं. इन में से यदि 7 चिट्ठे किसी एक मुद्दे को उछालते हैं या गालीगलौच करते हैं तो उसे हिन्दी चिट्ठाजगत के "स्वभाव" के रूप में देखना उचित नहीं है.<BR/><BR/>किसी समूह का 0.001 प्रतिशत लोग जो करते हैं वह समूह का "स्वभाव" नहीं बल्कि एक अपवाद है. अत: आप विचलित न हों.<BR/><BR/>जब आप सडकचलते हैं तो विष्ठा या गोबर के कारण आप चलना बंद नहीं करते, बल्कि उससे बच कर निकल जाते हैं. यहां भी ऐसा ही करें.<BR/><BR/>सस्नेह -- शास्त्रीShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-84868741403092102112009-02-19T07:45:00.000-08:002009-02-19T07:45:00.000-08:00किसी विषय में सहमति होना न होना एक अलग बात है, किन...किसी विषय में सहमति होना न होना एक अलग बात है, किन्तु अगर आप टिप्पणी के माध्यम से अपनी असहमति दर्शातें हैं तो भी उसे अभिव्यक्त करने का एक सभ्य सलीका होना चाहिए.<BR/>खैर आपने बहुत ही विचारणीय मुद्दा उठाया है.जिस पर सभी का मिलकर विचार करना आवश्यक है.Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-82190098940039050512009-02-19T04:07:00.000-08:002009-02-19T04:07:00.000-08:00मैं लेखक और सभी टिप्पणीकर्ताओं से सहमत हूं।मैं लेखक और सभी टिप्पणीकर्ताओं से सहमत हूं।Hari Joshihttps://www.blogger.com/profile/13632382660773459908noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-32868675735087332712009-02-19T00:14:00.000-08:002009-02-19T00:14:00.000-08:00यह जतमपैजार हिन्दी ब्लॉगिंग का रेग्युलर फीचर है। औ...यह जतमपैजार हिन्दी ब्लॉगिंग का रेग्युलर फीचर है। और बहुत बेकार सा। लोग प्याले में तूफान उठाते हैं।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-17932864900347093812009-02-18T23:51:00.000-08:002009-02-18T23:51:00.000-08:00विचारणीय पोस्ट लिखी है।इस पर सभी को मिलकर विचार कर...विचारणीय पोस्ट लिखी है।इस पर सभी को मिलकर विचार करना चाहिए।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-55181117601201723062009-02-18T22:49:00.000-08:002009-02-18T22:49:00.000-08:00हम लोग ब्लोगिंग से इसलिए जुड़े कि हमारा व्यक्तित्व...हम लोग ब्लोगिंग से इसलिए जुड़े कि हमारा व्यक्तित्व विकास पा सके | हमें किसी की मनुहार न करनी पड़े ,इतने सारे पाठक इतने बड़े मंच पर उपलब्ध हैं एक साथ | और टिप्पणी पाने की इच्छा में कोई बुराई तो नहीं नजर आती , क्योंकि प्रशंसा पाने की ललक मानव मन की कमजोरी होती है | टिप्पणी दूसरे को उत्साहित करने के लिए ही होनी चाहिए और अगर असहमति है भी तो स्वस्थ्य तरीके से अभिव्यक्ति होनी चाहिए , इससे टिप्पणी करने वाले की भी शान में बढोत्तरी होती है और ब्लॉगर भी बदलाव की ओर उत्साहित होता है |<BR/>अगर हम किसी को उठा न सकें तो गिरायें न | ब्लॉगर का एक अलग समाज जैसा बन गया है , जो बात खुशी देती है उसे क्यों मुश्किल में तब्दील करते हैं , अपनी तरफ़ से क्यों जटिलताएं पैदा करें |शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-57547074289541738722009-02-18T21:24:00.000-08:002009-02-18T21:24:00.000-08:00कभी कभी यही सोचता हूँ ,हम ब्लोगिंग क्यों करते है ?...कभी कभी यही सोचता हूँ ,हम ब्लोगिंग क्यों करते है ?हमारा ध्येय क्या है /क्या उद्देश्य है /क्या हम सिर्फ़ अभिव्यक्ति को व्यक्त करना चाहते है ?या उन मुद्दों पर बात-चीत जिस पर हम चाहते है पढ़ा लिखा वर्ग सोचे ...फ़िर क्यों इन छिछली बातो में उतर जाते है.....कही न कही हमें सोचना होगा की हम ब्लोगिंग क्यों करते है ?डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-86641251620103255842009-02-18T18:51:00.000-08:002009-02-18T18:51:00.000-08:00बहुत सही चिंता है....शैशवावस्था में है हिन्दी ब्...बहुत सही चिंता है....शैशवावस्था में है हिन्दी ब्लाग ....शायद आगे चलकर ठीक हो जाए।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-37104376410603867172009-02-18T18:34:00.000-08:002009-02-18T18:34:00.000-08:00सोलह आने सच कहा कहा आपने।सहमात हूं आपसे।इस पर हम स...सोलह आने सच कहा कहा आपने।सहमात हूं आपसे।इस पर हम सब को सोचना ज़रूर होगा,आज नही तो कल्।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.com