tag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post7451668077547284435..comments2023-10-08T03:55:25.020-07:00Comments on आइये करें गपशप: जरूरी है कि हम अपना श्रेष्ठ कर्म करें।prabhat gopalhttp://www.blogger.com/profile/04696566469140492610noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-60878031335828228782009-09-02T04:48:20.457-07:002009-09-02T04:48:20.457-07:00बहुत ही सुन्दर विचार है आपके...कविता अच्छी लगी.बहुत ही सुन्दर विचार है आपके...कविता अच्छी लगी.Chandan Kumar Jhahttps://www.blogger.com/profile/11389708339225697162noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-5660830083623748862009-08-30T09:55:08.442-07:002009-08-30T09:55:08.442-07:00ये जो सलाह देने वाले सज्जन हैं, वे जो कुछ लिखते-पढ...ये जो सलाह देने वाले सज्जन हैं, वे जो कुछ लिखते-पढ़ते हैं, उससे ब्लागिंग की दशा और दिशा समझ में आती है। ऐसे लोगों से हार मानने की नहीं, समझाते रहने की जरूरत है। तभी कुछ साथॆक लिखा पढ़ा जा सकता है।पुरुषोत्तम कुमारhttps://www.blogger.com/profile/14737475432350019352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-89992971669613441322009-08-30T03:49:43.797-07:002009-08-30T03:49:43.797-07:00कविता वाकई बहुत अच्छी है।
हम ब्लागर हमेशा इतने जोश...कविता वाकई बहुत अच्छी है।<br />हम ब्लागर हमेशा इतने जोश में होते हैं कि जो भी लिखते हैं तत्काल प्रकाशित कर देते हैं। कविता, कहानी जैसी परंपरागत विधाओं का लेखन ठहर कर पुनर्विचार मांगता है। इस कविता को ही देखें, यदि इस पर पुनर्विचार किया जाए तो इसे और खूबसूरती प्रदान की जा सकती है। जिस से इसे स्थाई महत्व मिले।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5335821158875365184.post-51448911073431958422009-08-30T00:54:50.689-07:002009-08-30T00:54:50.689-07:00ये जो कविता लिखी है,
बहुत अच्छी लगी,
मेरी मानें ...ये जो कविता लिखी है,<br /><br />बहुत अच्छी लगी,<br /><br />मेरी मानें तो इसे अपने परिचय में डाल दें,<br /><br />( लो जी फिर सलाह दे डाली, गलती हुई :) )विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.com