Friday, November 28, 2008
हम लड़ेंगे आतंकवाद के खिलाफ युद्ध
धीरे-धीरे अब मुंबई की जिंदगी फिर पुरानी राह लौट चलेगी। ठहरे हुए पानी को बहने दिया जायेगा। लेकिन इस घटना ने कई परिवारों की जिंदगी बदल कर रख दी है। अमेरिका ने वल्डॆ ट्रे़ड सेंटर पर हमले के आतंकवाद के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया था। अब सिफॆ हम नहीं, बल्कि ये पूरा देश इस आतंकवाद के खिलाफ लड़ेगा। अंतिम दम तक। तीन दिनों तक हमने भी लड़ी है, लड़ाई, खुद के जज्बातों पर कंट्रोल रखने की। मरने नहीं दी अपनी जीवटता को। क्योंकि हमें जिंदा रहना है, लड़ने के लिए उन दरिंदों से, जो बेगुनाहों का कत्ल कर दुनिया का जीना हराम कर रहे हैं। हम जानते हैं कि मर कर युद्ध नहीं जीता जाता। इसलिए मरने के बदले, शोक मनाने के बदले, अब हम अपनी तैयारी आतंकवाद के खिलाफ शुरू करें। सुई से लेकर बंदूक तक का हर निशाना आतंकवाद के खिलाफ हो। हिटलर तो दुनिया के लिए इससे बड़ा नासूर था, तो क्या उसके खिलाफ जंग नहीं जीती गयी। जंग जीता जायेगा, बस कमर कसने की देर है।
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2 comments:
कमर कसने की दे र है!!!
> यह कमर कसे कौन? उसको कसने के लिए जनता की मज़बूत रस्सी चाहिए ना!
kahten hain samay har ghaav ko bhar detaa hai,lekin ye jakhm nahi bharne waala,sateek lekhan badhai
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