आज मैं आपको एक परी की कहानी सुनता हूं. उस परी ने ख्वाब देखा आसमां में उड़ने का. उसके माता-पिता ने उसके पर को मजबूती देने के लिए हर नई कोशिश की. कोशिश, इसलिए कि उनके जैसे मामूली हैसियत की आदमी के लिए ख्वाब को सच्चाई में बदलना नामुमकिन सा था. लेकिन परी ने जुनून की हद तक मेहनत की और आज उसे झारखंड सहित पूरे देश को गर्व है. उस परी का नाम दीपिका है.
दीपिका के पिता पेशे से आटो ड्राइवर हैं. आटो चलाकर पेट भरते हैं और परिवार चलाते हैं. ऐसे में बिटिया ने अपनी लगन से भारतीय तीरंदाजी टीम में स्थान बना लिया. आज दीपिका की वर्ल्ड रैंकिंग पांच है. हमारा देश मुख्य रूप से मिडिल क्लास का देश है. यहां के ज्यादातर परिवार या लोग ख्वाब पानेवाली बात में भाग्य का सहारा लेते हैं. दीपिका और उनके माता-पिता उन सारे लोगों के लिए एक जवाब हैं. एक मोटिवेटर के तौर पर देखें, तो उनके पास आज हमारे हर सवाल का जवाब है.
दीपिका को पहले आर्चरी ट्रेनिंग अकादमी ने रिजेक्ट कर दिया था, लेकिन सीएम की पत्नी मीरा मुंडा की मदद से दीपिका को इस शर्त पर दाखिला मिला कि वह टेस्ट में बेहतर परफार्म करेगी. दीपिका ने मेहनत कर सारे टेस्ट पास किए और दाखिला लिया. मेहनत और लगन के बलबूत आज वह इस मुकाम पर है. रिजेक्शन हमारे लिये कभी-कभी सफलता के द्वार खोलता है. यहां दीपिका ने रिजेक्ट होने के बाद मेहनत कर सफलता पायी.
हमारे देश में सबसे बड़ी कमी समझाने और समझनेवालों की है. हम सभी मूल रूप से हालात से समझौता करनेवाले लोग. हम खुद को भाग्य पर छोड़ देते हैं. लेकिन दीपिका और उनके माता-पिता जैसे लोग बड़ी लकीर खींचने में यकीन करते हैं. आज स्टेट की मीडिया की गाड़ियां दीपिका के घर की ओर दौड़ रही थीं. झारखंड जैसे राज्य से धौनी के बाद दीपिका शायद अब स्टारडम की नई कहानियां लिखे. एक परी की कहानी. जिसने
सपने देखे,तो उस सपने को हकीकत में बदला भी.
वे सारे लोग जो बेटी और बेटे में फर्क करते चलते हैं, उनके लिए भी दीपिका एक जवाब है. आज दीपिका के माता-पिता दीपिका के नाम से गर्व महसूस करते हैं. ये गर्व करते हैं कि ईश्वर ने दीपिका जैसी बेटी उन्हें दी. उसके माता-पिता भी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने सारी बाधाओं के रहते हुए वे सारी कोशिशें की, जिससे दीपिका को सफलता हासिल हो. हम सब जानते हैं कि उनके जैसे व्यक्ति के लिए ये आसान नहीं था. लेकिन उनके प्रयास ने आज रंग दिखाया है. सब कह रहे हैं-वेलडन दीपिका.
Sunday, October 10, 2010
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3 comments:
Thanks for sharing very inspiring info..
प्रेरणात्मक घटना बताने का आभार।
बहुत बढ़िया..
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