एक राम हमारे कण-कण में बसे हैं. उनका नाम लेकर हम धन्य हो जाते हैं. हम मानते हैं कि हमारे ऊपर उनकी असीम कृपा बनी रहे. लेकिन उनके ही नाम वाले राम टोप्पो से भगवान राम ने आंखें फेर ली हैं. राम टोप्पो की मां की आंखों के आंसू रोते-रोते सूख चले हैं. गरीबी ऐसी कि राम को घर में बोन कैंसर होने के बाद भी घर में रखने को विवश हैं.
हमारे अखबार में खबर छपी और उसके बाद हमारे मित्र राम को बचाने और उसकी मदद करने की मुहिम में जुट गए. ऐसे में फेसबुक हमारे लिये सबसे अच्छा मंच साबित हुआ. कम से कम कई साथी इसके सहारे हमारे साथ जुड़ते चले गए. हमें ये गम नहीं कि हमारे सैकड़ों साथियों में से कुछेक ने ही मदद की बात रखी, बल्कि हमें खुशी है कि इन साथियों ने हमारे अभियान को हिम्मत बंधायी. राम को दूसरे-तीसरे दिन से मदद भी मिलनी शुरू हो गयी.
हमारी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आते हैं. शायद हममें से हरेक के पास दुखी होने की एक कहानी जरूर होगी. लेकिन अगर हमारे अंदर की संवेदना इन दुखों के कारण मर जाए, तो शायद हम किसी की मदद नहीं करें. हमारे पास नहीं मदद करने के सौ बहाने भी हो सकते हैं. लेकिन अगर सारे लोग एक छोटी मदद, जिसमें कि एक दिन का खाना हो सकता है, राम को बचाने के लिए वित्तीय तौर पर करें, तो उसके बेहतर इलाज के लिए रास्ता खुल जाएगा.
रांची के डाक्टर राम को बचाने के लिए मुंबई या दिल्ली ले जाने की बात करते हैं. ये संभव है, अगर हम सभी मिल कर राम के लिए एक-एक पैसा जुटाएं.
राम की मां का एकाउंट नंबर भी खुल गया है.
NAME-CHANDU ORAIN
ACCOUNT NO...499110110003847
BANK OF INDIA, BARIATU, RANCHI
PLZ HELP AAALLL
अगर कोई मदद करना चाहे, तो इस एकाउंट में पैसे डाल कर मदद कर सकता है. हमारी इस मुहिम में स्थानीय स्तर पर चाइल्ड लाइन नामक संस्था का नहीं भुलाया जा सकने वाला सहयोग रहा. उनकी मदद से बैंक अकाउंट खोला गया. अभी इस मुहिम को और तेज करने की जरूरत है, जिससे उसका पूरा इलाज कराया जा सके. हम ये नहीं कह सकते हैं कि हम इसमें कितने सफल होंगे, लेकिन अगर राम की स्थिति को सुधारने में कामयाब हुए, तो इसे मैं अपने खुद के जीवन में सामूहिक प्रयास के एक चमत्कार से कम नहीं मानूंगा.
समाज में कई और भी राम होंगे.इस मुहिम के सफल होने के बाद दूसरे असहाय लोगों की मदद के लिए हम और हमारे सारे दोस्त ऐसा प्रयास करेंगे, ये उम्मीद है. मैं फिर से उन सारे दोस्तों को, जिन्होंने किसी न किसी रूप से आगे बढ़ कर मदद की, शुक्रिया अदा करना चाहूंगा. उम्मीद है कि इस मुहिम में आगे भी कई लोग जुटेंगे.
फेसबुक पर कई मित्रों ने अपने तरीके से भी अपील को आगे बढ़ाया है, उसके लिए भी शुक्रिया. शुक्रिया दोस्तों... शुक्रिया.
1 comment:
उद्देश्य अच्छा है, फलीभूत भी होगा..
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